Sunday 5 August 2018

दोस्ती मेरी नजर से..

दोस्तों से होती है दोस्ती ये यारों..
दोस्ती से ही तो बना दोस्ताना.. 
हर एक रिश्ता बेशक होता ॲहम है..
मगर सबसे पेहले दोस्ती तुम निभाना..

दुनिया तरक्की के आसमाँ को छू ले..
बिना दोस्ती के है अधुरा जमाना.. 
जमाने से कभी दोस्ती ये नहीं है..
दोस्ती से होता है सारा जमाना..

रिश्तों में ऐसा रिश्ता है दोस्ती..
दुआओं से भरा गुलदस्ता है दोस्ती..
जेहेनो-गहराई में बसा लो इसे तुम..
कि अंधेरे से रोशनी का रास्ता है दोस्ती..

गाता हूँ हर वक्त यही इक फसाना.
खुशियों कि बुलंदियां जरुर छू कर आना..
मगर जब कभी भी हो गम को भुलाना.. 
ऐ दोस्तों! इस दोस्त को जरूर बुलाना..
ऐ दोस्तों! इस दोस्त को जरूर बुलाना..

आप सभी का दोस्त,
भूषण जोशी.

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